नई दिल्ली : वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को कहा कि मांग में वृद्धि को देखते हुए चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में देश की आर्थिक वृद्धि दर दहाई अंक में पहुंच सकती है. गोयल ने यह बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान के एक दिन बाद कही है. प्रधानमंत्री ने रविवार को कहा था कि दहाई अंक में वृद्धि दर के लिये और कदम उठाने की जरूरत है. गोयल ने कहा कि सरकार ने कारोबार सुगमता और अर्थव्यवस्था की स्थिरता के लिये कई कदम उठाये हैं.
यह पूछे जाने पर कि भारत कब दहाई अंक की वृद्धि दर हासिल करेगा, उन्होंने कहा, 'हम इसे इस साल की चौथी तिमाही में देख सकते हैं.' गोयल ने कहा कि इकोनॉमी में मांग बढ़ रही है और देश आकांक्षा वाले करोड़ों ग्राहकों का ‘मार्केट प्लेस’ है. उन्होंने कहा, 'मेरे हिसाब से सरकार कारोबार करने को सुगम बनाने का प्रयास कर रही है. वास्ताव में इसे ईमानदार कारोबार के लिये आसान बना रही है और जब यह देश ईमानदारी के साथ कारोबार करने वाला देश होगा तब इसमें 10 प्रतिशत से अधिक वृद्धि हमें मिलेगी.'
दूसरी तरफ उन्होंने कहा कि चुनावी वर्ष होने के बावजूद सरकार चालू वित्त वर्ष में राजकोषीय घाटे को 3.3 प्रतिशत तक सीमित रखने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है. चालू वित्त वर्ष 2018-19 के बजट में राजकोषीय घाटे को सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 3.3 प्रतिशत पर रखने का लक्ष्य है. उन्होंने यह भी कहा कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए खर्च में कटौती नहीं की जाएगी क्योंकि योजनागत व्यय के लिए सरकार के पास पर्याप्त वैकल्पिक संसाधन है.
Source:-ZEENEWS
View More About Our Services:-Mobile Database number Provider and Digital Marketing
यह पूछे जाने पर कि भारत कब दहाई अंक की वृद्धि दर हासिल करेगा, उन्होंने कहा, 'हम इसे इस साल की चौथी तिमाही में देख सकते हैं.' गोयल ने कहा कि इकोनॉमी में मांग बढ़ रही है और देश आकांक्षा वाले करोड़ों ग्राहकों का ‘मार्केट प्लेस’ है. उन्होंने कहा, 'मेरे हिसाब से सरकार कारोबार करने को सुगम बनाने का प्रयास कर रही है. वास्ताव में इसे ईमानदार कारोबार के लिये आसान बना रही है और जब यह देश ईमानदारी के साथ कारोबार करने वाला देश होगा तब इसमें 10 प्रतिशत से अधिक वृद्धि हमें मिलेगी.'
दूसरी तरफ उन्होंने कहा कि चुनावी वर्ष होने के बावजूद सरकार चालू वित्त वर्ष में राजकोषीय घाटे को 3.3 प्रतिशत तक सीमित रखने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है. चालू वित्त वर्ष 2018-19 के बजट में राजकोषीय घाटे को सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 3.3 प्रतिशत पर रखने का लक्ष्य है. उन्होंने यह भी कहा कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए खर्च में कटौती नहीं की जाएगी क्योंकि योजनागत व्यय के लिए सरकार के पास पर्याप्त वैकल्पिक संसाधन है.
Source:-ZEENEWS
View More About Our Services:-Mobile Database number Provider and Digital Marketing
No comments:
Post a Comment