योग दिवस की तैयारियों में जोर-शोर से जुटी सरकार, विपक्ष ने साधा निशाना

नई दिल्ली/देहरादून: योग दिवस के कार्यक्रम के लिए त्रिवेंद्र सरकार जोर-शोर से जुटी है. वहीं, देहरादून में होने वाले योग दिवस के कार्यक्रम पर राजनीति शुरु हो गई है. विपक्ष ने योग दिवस की तैयारियों पर सवाल उठाए हैं. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि सरकार नाकामियों को छिपाने के लिए योग दिवस का आयोजन करा रही है. आपको बता दें कि 21 जून को योग दिवस के दिन पीएम मोदी देहरादून आएंगे. इस दौरान एफआरआई के ग्राउंड में एक बड़े कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. सरकार भी इसको लेकर काफी गंभीर है.

विपक्ष ने सरकार पर साधा निशाना
सरकार ने योग दिवस को सफल बनाने को लेकर अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. लेकिन, योग दिवस को लेकर सरकार की ये तैयारियां विपक्ष को नागवार गुजर रहीं हैं. विपक्ष ने योग दिवस की तैयारियों को लेकर सरकार पर सवाल उठा दिए हैं. विपक्ष का कहना है कि सरकार जनता के असल मुद्दों को भूलकर योग दिवस की तैयारियां कर रही है. इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी सरकार के योग दिवस के कार्यक्रम पर सवाल उठाए थे. उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि केंद्र सरकार अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए इस तरह के आयोजन कर रही है ताकि जनता का ध्यान दूसरे मुद्दों से हटाया जा सके.

कब कहां पहुंचेंगे PM मोदी
21 जून को विश्व योग दिवस है. इस मौके पर पीएम मोदी देहरादून में रहेंगे. पीएम मोदी के आगमन को लेकर पुलिस प्रशासन तैयारियों में जुटा है. प्रोटोकॉल के तहत पीएम मोदी 20 जून को रात नौ बजे देहरादून पहुंचेंगे. पीएम मोदी सबसे पहले जौलीग्रांट एअरपोर्ट पहुंचेंगे, फिर यहां से उनका काफिला राजभवन जायेगा. पीएम मोदी 21 जून को विश्व योग दिवस के कार्यक्रम में शामिल होंगे. डीजीपी के मुताबिक, पीएम की सुरक्षा के लिए एसपीजी के साथ बैठक हो चुकी है साथ ही सुरक्षा के सभी मानकों को पूरा किया जा रहा है.

Source:-ZEENEWS

View More About Our Services:-Mobile Database number Provider and Digital Marketing 

Increase sale by Mobile Number Database


On the off chance that you have a rich arrangement of Mobile Number Database, you can get the all around divided database that can focus on your specialty clients. This helps the organizations monstrously in diminishing the pointless cost engaged with moving toward various clients. The organizations can without much of a stretch tap the proper clients required for its growth.These are a portion of the routes through which Mobile Number Database from the different sellers can be productive for your organizations. The telemarketing should utilize the proper portable number database, which will unquestionably prompt the development of any of the organizations.
Each organization wants to make its business gainful. There are different elements in charge of the development of any of the business. The promoting division is one of the imperative offices in any of the organizations. It is the development in genuine offers of any business which shows the development for any of the organizations. The organization utilizes different strategies for becoming their businesses.Many of the organizations do telemarketing, Email advertising, referral showcasing, and so on for getting the leads. The organizations are continually searching for the Email Id database supplier offices. There are huge numbers of the Mobile Number Database supplier organizations, which give the portable numbers. It will enthusiasm to see, how one can use the upsides of Mobile Marketing.
Through telemarketing, the organizations can make two-way correspondence. The two-way correspondence encourages the organizations to make some relational association with prospects. They can even comprehend the FAQ's of the prospects effortlessly, which will be basic in becoming the business.The taken a toll includes in telemarketing is less contrasted with TV advertisements, print advertisements, web based life advancement, and so forth. The organizations can achieve extensive number prospects with less cost.Using the Mobile Number Database for Marketing, one can send the SMS rapidly to an expansive number of individuals. This expands the reaction of the clients. This goes about as a decent lead supplier for the showcasing division of organizations. The arrival on the put cash is relatively extremely decent in telemarketing. View more for our Best Digital Marketing Services.

हार्दिक पटेल का दावा- विजय रूपाणी ने गुजरात सीएम पद से दिया इस्तीफा

अहमदाबाद : गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने प्रदेश की राजनीति में उथल-पुथल मचाने वाला बयान दिया है. गुरुवार को हुई कैबिनेट की बैठक पर बोलते हुए हार्दिक पटेल ने दावा किया जैसे आनंदी बेन पटेल से कैबिनेट ने इस्तीफा ले लिया गया था, वैसे ही प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री विजय रूपाणी से भी इस्तीफा ले लिया गया है और आगामी 10 दिनों में यह मंजूर कर लिया जाएगा.

पाटीदार या क्षत्रिय होगा नया सीएम-हार्दिक
विजय रूपाणी के इस्तीफे के पीछे हार्दिक ने दावा किया है कि वह सही ढंग से राज्य का कार्यभार नहीं संभाल पा रहे हैं, इसलिए कैबिनेट ने उनसे इस्तीफा ले लिया है. हार्दिक पटेल ने कहा है कि विजय रूपाणी के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद कोई क्षत्रिय या पाटीदार समाज का शख्स सत्तासीन होगा.

गुजरात चुनावों के बाद बीजेपी पर लगातार हमले बोल रहे हैं हार्दिक
उल्लेखनीय है कि गुजरात विधानसभा चुनावों में कांग्रेस का साथ देने वाले पाटीदार नेता हार्दिक पटेल लगातार बीजेपी पर हमले बोल रहे है. किसी भी कार्यक्रम में वह पीएम मोदी और बीजेपी पर जुबानी वार करने से नहीं कतराते हैं. पिछले दिनों मध्यप्रदेश में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था, 'प्रदेश की भाजपा सरकार जनता, खासकर युवाओं और किसानों की अपेक्षाओं पर खरी नहीं उतर सकी है. अगर मेरे द्वारा जनता के हितों के मुद्दे उठाने पर बीजेपी को लगता है कि मैं कांग्रेस का एजेंट हूं...तो हां, मैं कांग्रेस का एजेंट हूं.' उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, 'जिस दिन मैं लोगों की अपेक्षाओं के मुताबिक समाधान की राजनीति करने में सक्षम हो जाऊंगा, मैं राजनीति की दुनिया में कदम रखूंगा.

रूपाणी ने हार्दिक के दावों को किया खारिज
हार्दिक पटेल के दावों का खारिज करते हुए सीएम विजय रूपाणी ने कहा कि वह सिर्फ अफवाह फैलाने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बतौर सीएम मैं अपने पांच साल के कार्यकाल को पूरा करूंगा और जनता से जो वादे किए हैं उसे पूरा करूंगा. इतना ही नहीं आगे बोलते हुए रूपाणी ने कहा कि किसी भी प्रदेश का सीएम जब इस्तीफा देता है तो इसे कैबिनेट को नहीं बल्कि राजभवन में राज्यपाल को सौंपा जाता है.

Source:-ZEENEWS

View More About Our Services:-Mobile Database number Provider and Digital Marketing 

यूपी उपचुनाव में हार पर योगी के मंत्री का बयान, 'गठबंधन और मुस्लिम वोटर्स ने हराया'

बहराइच: उत्तर प्रदेश में पिछले दिनों हुए उपचुनाव में बीजेपी को मिली हार का कारण सब अपने-अपने तरीके से ढूंढने में जुटे हुए हैं. बहराइच पहुंचे कृषि राज्यमंत्री रणवेंद्र प्रताप सिंह ने बीजेपी की हार का सबसे बड़ा कारण गठबंधन और क्षेत्र में ज्यादा मुस्लिम वोटरों का होना बताया. उन्होंने कहा कि हमारा वोट प्रतिशत तो बढ़ा है. लेकिन, गठबंधन को अधिक संख्या में मुस्लिम वोटरों ने अपना वोट दिया, जो हमारी हार की एक बड़ी वजह बनी. आपको बता दें कि कृषि राज्यमंत्री बहराइच में कृषि विभाग की तरफ से आयोजित एक किसान गोष्ठी कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे.

2019 में मिलेगी सफलता
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में सारी कमियों को दूर करते हुए एक नई रणनीति के तहत काम हो रहा है और 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में हमें सफलता मिलेगी. उन्होंने कहा कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की नजर उत्तर प्रदेश में हाल ही में हुए उपचुनावों पर है, वो ऐसी रणनीति बना रहे हैं, जिससे उन्हें 55 प्रतिशत वोट मिल सके.

राजनीति से अलग है सभ्यता-शिष्टाचार
दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को अस्पताल में सबसे पहले देखने पहुंचे राहुल गांधी के सवाल पर कृषि राज्यमंत्री रणवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि अभी हाल ही में मुलायम सिंह बीमार हुए थे तो, देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह उन्हें सबसे पहले देखने गए थे. उन्होंने कहा राजनीति अलग चीज है और हमारी सभ्यता और शिष्टाचार अलग चीज है.

Source:-ZEENEWS

View More About Our Services:-Mobile Database number Provider and Digital Marketing 

Toy show in Japan brings new drones, robots, yo-yos

Tokyo: The four-day long International Tokyo Toy Show started on Thursday showcasing drones, robots, yo-yos and other toys. The Toy Show, considered to be a Japan's pacesetter for the toys industry, is hosting around 197 companies from all over the world.

Organised by the Japan Toy Association (JTA), the fair is expecting over 160,000 visitors this year.

One of the highlights in the fair, "Sakebe! Tonton Voice-Controlled Sumo Game", currently a popular game in Japan, allows the player to control small sumo wrestlers using microphones. The game showcases a combination of new technology with traditional toy concepts. 

"The new kind of toy trending well on the market combines the digital with the traditional," said Satoshi Yamashita, one of the organisers.

The fair witnessed traditional toy makers defending their position in the market while technology continued to influence the industry with the new-age technology of drones, interactive robots and virtual reality experience.

According to JTA, new technology gave a booming push to the industry making up to 800 billion yen ($7.3 billion) in the last year.

Steve Starobinsky, marketing director from United States company Diverse Marketing, said he was visiting the fair in search of new ideas and toys that could slot into the American market. 

With the current motto "EnterTOYment - toys make the world smile", the fair has existed since 1962 – in various forms and with different names. This year, it runs from June 7-10 at Tokyo International Exhibition Center.

Source:-ZEENEWS

View More About Our Services:-Mobile Database number Provider and Digital Marketing 

AIIMS में भर्ती अटल बिहारी वाजपेयी की हालत स्थिर, पीएम मोदी ने जाना हालचाल

नई दिल्ली : एम्स में भर्ती पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का हालचाल जानने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार की शाम एम्स पहुंचे. स्वास्थ्य में गिरावट में आने के कारण पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को सोमवार को दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया. एम्स निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया के नेतृत्व में डॉक्टरों की एक टीम उनके स्वास्थ्य की जांच में जुटी हुई है. हालांकि एम्स ने पूर्व प्रधानमंत्री के स्वास्थ्य को स्थिर बताया है.

अटल बिहारी वाजपेयी के अस्वस्थ्य होने की खबर पर उनकी कुशलक्षेम जानने के लिए नेताओं का एम्म में आना-जाना बना हुआ है. सबसे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी एम्स पहुंचे और उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों से उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली. राहुल गांधी के बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने भी एम्स जाकर पूर्व प्रधानमंत्री का हालचाल लिया. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उनकी कुशलक्षेम जानने के लिए एम्स गए. प्रधानमंत्री करीब 55 मिनट तक एम्स में रहे. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा तो अस्पताल में ही ठहरे हुए हैं. प्रधानमंत्री के एम्स से जाने के बाद बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण अडवाणी और मुरली मनोहर जोशी भी वाजपेयी का हालचाल जानने के लिए एम्स गए.

एम्स सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, वाजपेयी को वेंटिलेटर पर रखा गया है और उनके अंग भी पूरी तरह काम नहीं कर रहे हैं. 18 डॉक्टरों की टीम उनकी देखभाल कर रही है. वाजपेयी को वीआईपी रूम में नहीं बल्कि दूसरे फ्लोर पर क्रिटिकल केयर यूनिट में उन्हें भर्ती कराया गया है.

केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी वाजपेयी जी से मिलने के लिए एम्स गए. उनके अलावा बीजेपी के कई अन्य नेताओं ने भी एम्स का रुख किया. वाजपेयी जी परिजनों ने बताया कि यह उनका रुटीन चैक-अप है और उनका स्वास्थ्य इस समय स्थिर है.

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी एम्स में भर्ती, अस्पताल ने बताया रूटीन चैक-अप

इनसे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी वाजपेयी जी का कुशलक्षेम जानने के लिए एम्स गए थे. वे वहां करीब 20 मिनट ठहरे और उनके स्वास्थ्य की जांच कर रहे डॉक्टरों से मिलकर उनका हालचाल जाना. एम्स के स्वास्थ्य बुलेटिन के मुताबिक, पूर्व प्रधानमंत्री का स्वास्थ्य अब स्थिर है. एम्स बुलेटिन के मुताबिक, वाजपेयी जी को सोमवार की रात को एम्स में ही रखा जाएगा. मंगलवार को स्वास्थ्य की जांच के बाद ही उनकी छुट्टी पर कोई फैसला लिया जाएगा.

Source:-ZEENEWS

View More About Our Services:-Mobile Database number Provider and Digital Marketing 

परवेज मुशर्रफ पर नई आफत, कोर्ट के आदेश पर सस्पेंड हुआ राष्ट्रीय पहचान पत्र और पासपोर्ट

इस्लामाबाद: पाकिस्तानी प्रशासन ने पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ के राष्ट्रीय पहचान पत्र और पासपोर्ट को निलंबित कर दिया है. प्रशासन ने यह कदम मुशर्रफ के खिलाफ राष्ट्रद्रोह मामले की सुनवाई कर रही एक विशेष अदालत के आदेश पर उठाया. मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. 74 वर्षीय मुशर्रफ को वर्ष 2007 में देश में आपातकाल लगाने के लिए मार्च 2014 में राष्ट्रद्रोह के आरोपों में दोषी करार दिया गया था. देश में आपातकाल लगाने के बाद कई वरिष्ठ न्यायाधीशों को उनके घरों में नजरबंद कर दिया गया था और 100 से अधिक जजों को बर्खास्त कर दिया गया था.

पूर्व राष्ट्रपति 18 मार्च 2016 को चिकित्सा उपचार के लिए दुबई चले गए थे. कुछ महीने बाद, विशेष अदालत ने उन्हें भगोड़ा अपराधी घोषित कर दिया था और साथ ही मामले में उनके पेश नहीं होने के कारण उनकी संपत्ति जब्त करने का आदेश भी दिया था.

अदालत ने मार्च में आदेश दिया था कि संघीय सरकार उनके कम्प्यूटरीकृत राष्ट्रीय पहचान पत्र और पासपोर्ट को निलंबित कर दे. एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने रिपोर्ट दी है कि राष्ट्रीय डाटाबेस पंजीकरण प्राधिकरण (एनएडीआरए) ने मुशर्रफ का पहचान पत्र निलंबित कर दिया है और उसके साथ ही उनका पासपोर्ट भी अपने आप निलंबित हो गया है.

सूत्रों का कहना है कि अब या तो वह राजनीतिक शरण ले लें या पाकिस्तान लौटने के लिए विशेष दस्तावेजों का प्रबंध करें. मुशर्रफ ने 1999 से 2008 तक पाकिस्तान पर शासन किया था. वह पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या सहित कई आपराधिक मामलों को लेकर पाकिस्तान में वांछित हैं.

Source:-ZEENEWS

View More About Our Services:-Mobile Database number Provider and Digital Marketing